रांची : सरकार की तरफ से झारखंड में शराब बिक्री करने के तरीके में बड़ा बदलाव जल्द देखा जा सकता है. शराब का थोक व्यापर करने वाला कॉरपोरेशन जेएसबीसीएल (Jharkhand State Beverages Corporation Limited) में बड़ा बदलाव करने की तैयारी है. इस बाबत विभाग की तरफ से फाइल मंत्री जगरनाथ महतो के टेबल पर है.
कहा जा रहा है कि जेएसबीसीएल की जिम्मेदारी थोक शराब कारोबार में कम किया जाएगा. इससे शराब बेचने के कल्चर में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. कोरोना संकट के दौरान शराब कारोबार में काफी बड़ा असर पड़ा है. पूरे राज्य में शराब बिक्री पर 40 फीसदी का असर हुआ है. सरकार बार-बार नीति बदलकर घाटे को कम करने की कोशिश कर रही है. इसी दिशा में जेएसबीसीएल में बड़ा बदलाव किया जायेगा.
बिक्री बढ़ाने की बन रही है योजनाः सचिव
इस मामले पर उत्पाद विभाग के सचिव विनय चौबे का कहना है कि शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए कुछ प्रपोजल तैयार किये गये हैं. ऐसा करने के पहले 10-11 साल के राजस्व प्राप्ति के डिटेल की स्टडी की जा रही है. फिलहाल इससे ज्यादा जानकारी विभाग शेयर नहीं कर सकते.
क्या है झारखंड राज्य बिवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड
झारखंड राज्य बिवरेजे कॉरपोरेशन लिमिटेड का गठन 26 नवंबर को 2010 को हुआ था. इसका गठन व्यापारिक संगठनों के एकाधिकार (सिंडीकेट) को समाप्त करने के लिए किया गया था. साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का जिम्मा दिया गया था कि ग्राहकों को उनकी मांग के मुताबिक उचित दाम पर असली शराब मिल सके. कॉरपोरेशन को राजस्व बढ़ाने के अलावा शराब बेचने के लिए लाइसेंस उपलब्ध कराने का काम दिया गया.
कॉरपोरेशन ने अपना काम पहले तीन जिले (धनबाद, देवघर और जामताड़ा) से शुरू किया था. जो अब पूरे राज्य में फैला हुआ है. एक तरह से कहा जा सकता है कि कॉरपोरेशन राज्य में शराब का थोक कारोबार करता है. कॉरपोरेशन के पास 21 जिलों में गोदाम हैं, जहां से राज्य भर के 1429 खुदरा दुकानों में शराब की सप्लाई होती है. कॉरपोरेशन ने 39 शराब कंपनियों की राज्य में शराब बेचने का करार किया है. कॉरपोरेशन में अभी 107 स्वीकृत पद के मुकाबले 57 पद पर कर्मी काम कर रहे हैं. सभी कर्मी संविदा पर कॉरपोरेशन में काम कर रहे हैं.