रांची: स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि, राज्य में एक भी जिला रेड जोन में नहीं है. यह आईसीएमआर द्वारा जारी नए गाइडलाइन के तहत हैं. खूंटी, साहेबगंज और पाकुड़ भी झारखंड में ग्रीन जोन में हैं. बाकी सभी जिले ऑरंज जोन में है.
झारखण्ड में वर्तमान में कुल 106 कंटेनमेंट जोन चिन्हित किए गए हैं. इसमें 14 दिनों तक कोई भी मरीज नहीं मिलने पर जिला प्रशासन कंटेनमेंट फ्री कर सकता है. उन्होंने बताया कि, झारखंड में सबसे अधिक प्रवासी मुंबई से लौटे हैं. जिनमें से 9378 लोगों के सैंपल की जांच की गई है. जिसमें 1 प्रतिशत लोग पॉजिटिव मिले हैं.
अप्रैल में 26 हजार महिलाओं की हुई डिलीवरी
सुरत से लौटे लोगों में 0.86 प्रतिशत लोग ही पॉजिटिव मिले हैं. कोलकाता से लौटे लोगों में 0.6 और दिल्ली से लौटे 0.56 प्रतिशत लोग पॉजिटिव मिले हैं. इसके अलावा नितिन मदन कुलकर्णी ने बताया कि, अप्रैल महीने में पूरे राज्य में 26870 महिलाओं की डिलीवरी कराई गई है. जिसमें 1235 सिजेरियन कराए गए हैं.