कोरोना का संक्रमण झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन के आवास तक पहुंच गया है। उनके आवास के 24 लोगों के सैंपल लिए गए थे, जिनमें 12 पॉजिटिव मिले। इनमें सुरक्षाकर्मी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। राज्य में रोज कोरोना के सैकड़ों मरीज मिल रहे हैं। सरकार ने जांच की रफ्तार बढ़ा दी है। लेकिन मैनपावर की कमी के कारण जांच की पेंडिंग लगातार बढ़ती जा रही है। सिर्फ रिम्स में ही 2500 और इटकी आरोग्यशाला में 4000 सैंपलों की जांच पेंडिंग में है।
पारा मेडिकल कर्मचारियों की हड़ताल से जांच की स्थिति और भी चरमरा गई है। राज्य के जिला अस्पतालों में रोजाना करीब 8000 सैंपलिंग हो रही थी, जो हड़ताल के कारण घटकर 5000 पर पहुंच गई है। कोडरमा, लातेहार में तो सैंपलिंग लगभग ठप ही हो गई है।
हड़ताल तुड़वाने के लिए स्वास्थ्य सचिव से मेडिकल कर्मियों की आज बातचीत
सरकार के निर्देश के बाद कई जिलों के डीसी ने हड़तालियों को काम पर लौटने का नोटिस जारी किया है। स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर नितिन मदन कुलकर्णी ने सभी जिलों के डीसी से कहा है कि हड़ताली कर्मचारी काम पर न लौटें तो उन्हें बर्खास्त कर नई नियुक्ति करें। उन पर एफआईआर भी दर्ज कराएं क्योंकि कोरोना काल में हड़ताल जायज नहीं है। सरकार उनकी कई मांगों पर विचार कर रही है।
उधर, खूंटी डीसी ने कहा है कि अगर सात अगस्त तक काम पर नहीं लौटे तो आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 56, 57 और 65 के तहत बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। उधर, झारखंड राज्य अनुबंधित पारा मेडिकल कर्मचारी संघ के नवीन कुमार ने बताया कि शुक्रवार सुबह 10:30 बजे संघ की स्वास्थ्य सचिव के साथ वार्ता होगी। इसके बाद ही कोई फैसला होगा।